पारद शिवलिंग FOR DUMMIES

पारद शिवलिंग for Dummies

पारद शिवलिंग for Dummies

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धातु में चांदी, तांबा और सोने का बना होना चाहिए।

इन शिवलिंगों को रोजाना गंगाजल या साफ पानी से स्नान कराएं। इसके बाद, इन्हें सूखे, साफ कपड़े से पोंछ दें। आप चाहें तो इन्हें रुई में लपेटकर रख सकते हैं। धूप जलाने और दीप जलाने के दौरान इन शिवलिंगों को सीधे गर्मी से बचाएं। थोड़ी सी सावधानी और नियमित पूजा से आप इन शिवलिंगों के दिव्य प्रभाव को प्राप्त कर सकते हैं।

शिवलिंग के प्रकार और उनके अभिषेक से मिलने वाले शुभ फल

पारद शिवलिंग की पूजा करने से आर्थिक समृद्धि और धन लाभ होने की संभावना बनी रहती है। 

नकारात्मकता का नाश: पारद शिवलिंग अपने आसपास की नकारात्मक ऊर्जा को दूर करने और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करने में सहायक होता है।

पारद शिवलिंग के घर में होने से मां लक्ष्मी और कुबेर देवता विराजमान होते हैं। वहाँ धन-धान्य की कमी नहीं होती है।

पारद शिवलिंग की पूजा से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। प्राचीन ग्रन्थों में पारद शिवलिंग की पूजा को सर्वोत्तम बताया गया है। पारद शिवलिंग के महत्व का वर्णन ब्रह्मपुराण, ब्रह्मवेवर्त पुराण, शिव पुराण, उपनिषद आदि ग्रंथों में किया गया है।

कोटा जंक्शन पर स्थित श्रीराम मंदिर में स्थापित है पारद शिवलिंग

इसके बाद पर पराद शिवलिंग के दाहिनी तरफ दीपक जलाना चाहिए।

पारद शिवलिंग को अभिमंत्रित करा कर लेने के फायदे :

- शुद्ध शहद से रुद्राभिषेक करने से पाप क्षय होते हैं।

पारद एक तरल धातु है और जहरीला होता है। इसकी देखभाल थोड़ी जटिल होती है। पारद शिवलिंग को हमेशा बंद स्थान में ही रखना चाहिए। इसे छूते समय सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों की पहुँच से दूर website रखना आवश्यक है। यदि आप इन सावधानियों का पालन नहीं कर सकते हैं, तो आप स्फटिक शिवलिंग को चुन सकते हैं, जो देखभाल में आसान होता है।

अमरनाथ गुफा में हिमलिंग को बचाने की कवायद शुरू

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